ताकि न तो चालक या वाहन में सवार व्यक्तियों को प्रतिबंधित किया जाए और न ही उन्हें खतरे में डाला जाए और न ही चालक को उसकी सीट से पर्याप्त दृश्य देखने से रोका जाए.
सामान के परिवहन के लिए हमेशा अनुकूलित और नियत स्थान में.
ताकि वाहन के तेजी से निकलने में बाधा न हो e.g. यातायात दुर्घटना के मामले में.